वर्णनात्मक विश्लेषण (Descriptive Analysis)
**वर्णनात्मक विश्लेषण** (Descriptive Analysis) डेटा विश्लेषण का पहला और सबसे सामान्य प्रकार है। इस प्रक्रिया में, हम डेटा से सामान्य patterns (रुझान), trends (प्रवृत्तियाँ), और insights (जानकारी) निकालते हैं, जिससे हम यह समझ पाते हैं कि क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य घटनाओं का सारांश तैयार करना और विभिन्न डेटा सेट्स से जानकारी एकत्रित करना है।
उदाहरण के तौर पर, reports, charts, और graphs के माध्यम से हम किसी विशिष्ट डेटा को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं। इससे न केवल हमें डेटा के अंदर के पैटर्न्स का पता चलता है, बल्कि हम विभिन्न variables (चरों) के बीच संबंध भी पहचान सकते हैं।
**वर्णनात्मक विश्लेषण** के दौरान डेटा को **summarize** (सारांशित) किया जाता है और महत्वपूर्ण संकेतक या **KPI (Key Performance Indicators)** के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है। इसका उद्देश्य डेटा को एक स्पष्ट और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करना होता है, जिससे निर्णय लेने में आसानी हो।
उदाहरण के तौर पर, sales data (बिक्री डेटा) को लेकर यदि हम विभिन्न महीनों का summary (सारांश) तैयार करें, तो हम देख सकते हैं कि किस महीने में सबसे अधिक बिक्री हुई और किस महीने में कमी आई। इससे हमें यह भी पता चलता है कि क्या बदलाव किया जा सकता है, ताकि भविष्य में अधिक बिक्री हो सके।
**वर्णनात्मक विश्लेषण** के कुछ प्रमुख उदाहरण:
- Employee Performance: एक कंपनी में कर्मचारियों के प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए, descriptive analysis का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, महीने के अंत में रिपोर्ट्स तैयार की जाती हैं, जिनसे यह पता चलता है कि कौन से कर्मचारी ने अधिक कार्य पूरा किया, किसे प्रशिक्षण की आवश्यकता है, और कौन से कार्य समय सीमा के अंदर पूरे हुए।
- Website Traffic Analysis: वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक को समझने के लिए descriptive analysis का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, यदि एक वेबसाइट पर traffic spike (ट्रैफिक में वृद्धि) देखा जाता है, तो उस समय के दौरान कौन से पृष्ठ अधिक देखे गए, और किस समय में उपयोगकर्ताओं ने सबसे अधिक गतिविधि की, इसका विश्लेषण किया जाता है।
- Market Trends: market trends (बाजार के रुझान) को समझने के लिए descriptive analysis का उपयोग किया जाता है। जैसे, एक वर्ष के दौरान बिक्री में वृद्धि या गिरावट के रुझान को देखकर कंपनियां अपनी रणनीतियाँ तय करती हैं। उदाहरण के लिए, क्या लोग अधिक डिजिटल उत्पादों की ओर रुझान कर रहे हैं या पारंपरिक उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं?
एक retail store (खुदरा दुकान) का उदाहरण लें। दुकान का sales data (बिक्री डेटा) जब देखा जाता है, तो यह पाया जा सकता है कि January (जनवरी) में सबसे अधिक बिक्री हुई थी, जबकि July (जुलाई) में गिरावट आई थी। इस डेटा के आधार पर, दुकानदार समझ सकता है कि holidays (अवकाश) या festivals (त्योहारों) के दौरान बिक्री अधिक होती है, जबकि गर्मी के मौसम में बिक्री कम होती है। इससे दुकानदार यह निर्णय ले सकता है कि उसे seasonal promotions (मौसमी प्रचार) पर ध्यान देना चाहिए, ताकि बिक्री में वृद्धि की जा सके।
**वर्णनात्मक विश्लेषण** में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख **data visualization** (डेटा विज़ुअलाइजेशन) उपकरण:
- Reports: Sales reports, financial reports, और performance reviews द्वारा हम संगठन के प्रदर्शन और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों का सारांश प्रदान करते हैं।
- Charts & Graphs: Bar charts, pie charts, और line graphs का उपयोग विभिन्न डेटा सेट्स की तुलना करने के लिए किया जाता है।
- Dashboards: कई डेटा रिपोर्ट्स को एकत्रित करने के लिए dashboards का उपयोग किया जाता है, जो निर्णय लेने में तेजी लाते हैं और डेटा को एक साथ प्रस्तुत करते हैं।
**वर्णनात्मक विश्लेषण** के लाभ:
- Data Clarity: डेटा को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना जिससे डेटा से त्वरित निर्णय लिए जा सकें।
- Better Decision-Making: यह निर्णय प्रक्रिया को सरल और सटीक बनाता है।
- Trend Analysis: भविष्य में होने वाले परिवर्तनों का अनुमान लगाने के लिए रुझानों की पहचान करता है।
**उद्देश्य**: वर्णनात्मक विश्लेषण का मुख्य उद्देश्य डेटा का सारांश तैयार करना और उसे ऐसे रूप में प्रस्तुत करना है कि जिससे कोई व्यक्ति आसानी से यह समझ सके कि क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है। यह डेटा के सामान्य अवलोकन के रूप में काम करता है, जिससे व्यापार या किसी अन्य क्षेत्र में सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।