🔍 टिहरी डैम कहां है? | Tehri Dam Kahan Hai

टिहरी डैम भारत के उत्तराखंड राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है। यह विशाल डैम भागीरथी नदी पर बनाया गया है और हिमालय की तलहटी में बसा हुआ है।

यह स्थान न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि भूगोल के छात्रों और जल-प्रबंधन विशेषज्ञों के लिए भी अध्ययन का महत्वपूर्ण स्थल है। “नई टिहरी” शहर के नाम पर इसका नाम रखा गया है।

टिहरी डैम कहां है - Tehri Dam Location in Uttarakhand

📸 टिहरी डैम, उत्तराखंड – भारत का सबसे ऊँचा डैम

📍 लोकेशन: नई टिहरी, टिहरी गढ़वाल जिला, उत्तराखंड
🗺️ राज्य: उत्तराखंड, भारत
🌊 नदी: भागीरथी नदी

🌊 टिहरी डैम किस नदी पर है? | Tehri Dam Kis Nadi Par Hai

टिहरी डैम भागीरथी नदी पर बनाया गया है, जो गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है। यह नदी हिमालय की ऊँचाई से निकलती है और गंगा में मिलकर भारत के सबसे पवित्र जलस्रोतों का हिस्सा बनती है।

भागीरथी नदी की तेज़ धारा और ऊँचाई से गिराव के कारण इसे जल विद्युत उत्पादन के लिए आदर्श माना जाता है। टिहरी बांध के निर्माण से इस नदी की ऊर्जा क्षमता का उपयोग कर बिजली उत्पादन, जल आपूर्ति और सिंचाई में क्रांतिकारी बदलाव आया।

टिहरी डैम किस नदी पर है - Tehri Dam on Bhagirathi River

🌊 टिहरी डैम, भागीरथी नदी पर स्थित – गंगा की प्रमुख सहायक नदी

🟢 नदी का नाम: भागीरथी नदी
🌀 विशेषता: गंगा की सहायक नदी, जल विद्युत परियोजनाओं के लिए उपयुक्त

📏 टिहरी डैम की ऊंचाई और गहराई कितनी है? | Tehri Dam Ki Unchai Aur Gehrai

टिहरी डैम भारत का सबसे ऊँचा बांध है, जिसकी ऊँचाई लगभग 260.5 मीटर (855 फीट) है। यह ऊँचाई इसे दुनिया के सबसे ऊँचे बांधों में शामिल करती है।

इसकी गहराई (Reservoir Depth) लगभग 575 मीटर तक जाती है, जिससे पानी का विशाल भंडारण और जल विद्युत उत्पादन संभव हो पाता है।

ऊँचाई और गहराई दोनों ही कारणों से टिहरी डैम को जल विद्युत, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण के लिए भारत की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में गिना जाता है।

📐 ऊंचाई: 260.5 मीटर (855 फीट)
🧭 गहराई: लगभग 575 मीटर
🏆 विशेषता: भारत का सबसे ऊँचा बांध

🏗️ टिहरी डैम का निर्माण कब हुआ और क्यों हुआ? | Tehri Dam Kab Bana Aur Kyun?

टिहरी डैम परियोजना की शुरुआत 1978 में हुई थी और इसका निर्माण कई चरणों में चला। इस विशाल प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगभग 28 वर्ष लगे और वर्ष 2006 में यह पूरी तरह से चालू हुआ।

इस बांध के निर्माण का मुख्य उद्देश्य था – जल विद्युत उत्पादन, सिंचाई, पीने योग्य जल आपूर्ति और बाढ़ नियंत्रण। इसे एक मल्टी-पर्पज़ हाइड्रो प्रोजेक्ट कहा जाता है जिसने उत्तर भारत के कई राज्यों को लाभान्वित किया।

📅 निर्माण शुरू: 1978
🚧 कार्य पूर्ण: 2006
🎯 उद्देश्य: बिजली उत्पादन, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और शुद्ध जल सप्लाई

⚡ टिहरी डैम से बनने वाली बिजली और उसका उपयोग | Tehri Dam Electricity Use

टिहरी डैम से लगभग 2400 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है। इसका संचालन टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (THDC) द्वारा किया जाता है।

इस परियोजना में दो प्रमुख चरण शामिल हैं – टिहरी जल विद्युत संयंत्र (1000 MW) और कोटेश्वर डैम के जरिए अतिरिक्त बिजली उत्पादन।

टिहरी डैम से बनी बिजली उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों को सप्लाई की जाती है और इससे लाखों लोगों को लाभ होता है।
🔌 बिजली उत्पादन क्षमता: लगभग 2400 मेगावाट
💡 बिजली उपयोग: दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी, पंजाब आदि राज्यों में सप्लाई
🏢 संचालक: THDC (Tehri Hydro Development Corporation)

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❓ टिहरी डैम से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Tehri Dam FAQs in Hindi

Q1. टिहरी डैम कहां स्थित है?
यह उत्तराखंड राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित है।

Q2. टिहरी डैम किस नदी पर बना है?
यह बांध भागीरथी नदी पर बना है, जो गंगा की सहायक नदी है।

Q3. टिहरी डैम की ऊंचाई कितनी है?
इसकी ऊंचाई लगभग 260.5 मीटर (855 फीट) है।

Q4. टिहरी डैम कब बना?
इसका निर्माण 1978 में शुरू हुआ और 2006 में पूरा हुआ।

Q5. टिहरी डैम से कितनी बिजली बनती है?
लगभग 2400 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता है।

Q6. टिहरी डैम भारत का सबसे ऊंचा बांध है?
हां, यह भारत का सबसे ऊंचा बांध है।

Q7. टिहरी बांध से बिजली किन राज्यों को मिलती है?
दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों को बिजली सप्लाई की जाती है।

📍 निष्कर्ष – क्यों प्रसिद्ध है टिहरी डैम? | Conclusion – Why is Tehri Dam So Special?

टिहरी डैम सिर्फ एक बांध नहीं, बल्कि भारत की इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीक है। यह बिजली उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण जैसे अनेक महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पूरा करता है।

साथ ही, यह क्षेत्र आज एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन चुका है जहाँ लोग टिहरी झील की सुंदरता, बोटिंग और वाटर स्पोर्ट्स का आनंद लेने आते हैं।

यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं, भूगोल के छात्र हैं या भारत के सबसे बड़े बांध को नज़दीक से देखना चाहते हैं – टिहरी डैम जरूर जाएं!
🌄 आपका अगला कदम: टिहरी डैम घूमने की योजना बनाएं और जानिए कैसे एक बांध लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करता है।

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