🌄 बागेश्वर, उत्तराखंड – परिचय और भौगोलिक अवलोकन
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बागेश्वर, उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में स्थित एक शांत, धार्मिक और ऐतिहासिक ज़िला है। गोमती और सरयू नदियों के संगम पर बसा यह स्थान धार्मिक यात्राओं, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र हिमालय की तलहटी में स्थित है और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
📌 स्थान एवं क्षेत्रफल
- • देश/राज्य: भारत, उत्तराखंड
- • क्षेत्रफल: लगभग 2,302 किमी²
- • समन्वय: 29.836°N, 79.771°E
⛰️ ऊँचाई एवं नदी संगम
- • औसत ऊँचाई: लगभग 1,004 मीटर
- • प्रमुख नदियाँ: गोमती, सरयू, सुपी
- • प्रसिद्ध स्थल: बागनाथ मंदिर, सरयू संगम, बैजनाथ मंदिर
🌦️ जलवायु का अवलोकन
- • जलवायु प्रकार: समशीतोष्ण
- • तापमान: गर्मियों में 10°C से 30°C, सर्दियों में 0°C तक
- • मौसम विशेषताएँ: मध्यम वर्षा, ठंडी सर्दियाँ
🏛️ ऐतिहासिक एवं प्रशासनिक धरोहर – बागेश्वर, उत्तराखंड
🔹 प्रारंभिक इतिहास
- बागनाथ मंदिर के इर्द-गिर्द बसी बागेश्वर की नगरी धार्मिक दृष्टि से प्राचीन समय से प्रसिद्ध रही है।
- कात्युरी वंश के शासनकाल में यह क्षेत्र महत्वपूर्ण धार्मिक एवं व्यापारिक केंद्र रहा।
- यहां हर वर्ष आयोजित होने वाला उत्तरायणी मेला हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
🔹 जिला निर्माण एवं प्रशासनिक विकास
- 15 सितम्बर 1997 को बागेश्वर को अलग जिला घोषित किया गया।
- यह पहले अल्मोड़ा जिले का हिस्सा था।
- नवगठित ज़िलों में यह एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बनकर उभरा है।
🔹 समकालीन प्रशासन
- प्रमुख तहसीलें: बागेश्वर, कपकोट, गरुड़, कांडा।
- विधानसभा क्षेत्र: बागेश्वर (SC), कपकोट, द्वाराहाट (संयुक्त)।
- जिला मुख्यालय: बागेश्वर नगर।
👥 बागेश्वर की जनसांख्यिकी, भाषा एवं संस्कृति
👤 जनसांख्यिकी
- जनसंख्या (2011): 259,898 (घनत्व: ~113/किमी²)
- विकास दर (2001–2011): −5.0% (प्रवासन के कारण)
- लिंगानुपात: 1,099 महिलाएँ प्रति 1,000 पुरुष
- साक्षरता दर: 80.69% (पुरुष 91.79%, महिलाएँ 70.48%)
- धार्मिक संरचना: हिंदू 98.4%, अन्य 1.6%
🗣️ भाषाएँ
- कुमाउनी: 92% से अधिक लोग बोलते हैं
- हिंदी: प्रशासनिक और शिक्षा में प्रयोग होती है
- अन्य भाषाएँ: नेपाली, तिब्बती, स्थानीय बोलियाँ
🎭 संस्कृति एवं विरासत
- उत्तरायणी मेला: सरयू-गोमती संगम पर आयोजित प्रमुख धार्मिक मेला
- प्रसिद्ध मंदिर: बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, चंडिका मंदिर
- लोक संस्कृति: रासो-लीला, जागर गायन, ढोल-स्नॉ, छपेली लोकनृत्य
💼 आर्थिक गतिविधियाँ और स्वरोजगार के अवसर – बागेश्वर, उत्तराखंड
🌾 कृषि और बागवानी
- धान, गेहूं, मंडुआ, झंगोरा प्रमुख फसलें हैं।
- सेब, नाशपाती, अखरोट जैसे फल उगाए जाते हैं।
- ऑर्गेनिक खेती और फ्लोरीकल्चर में नए प्रयास हो रहे हैं।
🧭 पर्यटन और तीर्थयात्रा
- बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर और चंडिका मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं।
- पिंडारी, काफनी और सुंदरधुंगा ग्लेशियर ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध हैं।
- होमस्टे, टूर गाइडिंग और लोक-शिल्प बिक्री से स्वरोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
🏭 कुटीर उद्योग एवं हस्तशिल्प
- हस्तनिर्मित ऊनी वस्त्रों (लोई, टोपी) का स्थानीय उत्पादन।
- लकड़ी व बाँस के कारीगरी उत्पादों की मांग।
- महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा घरेलू उद्योगों को बढ़ावा।
🚀 डिजिटल कौशल और ग्रामीण उद्यमिता
- युवा सोशल मीडिया, यूट्यूब, और मोबाइल ऐप्स से जुड़कर आय अर्जित कर रहे हैं।
- ऑनलाइन स्किल लर्निंग प्लेटफॉर्म्स से फ्रीलांसिंग की दिशा में कदम।
- सरकारी योजनाओं के माध्यम से स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन।
बागेश्वर जिले में कुल साक्षरता दर 80.69% है, जो राज्य के अन्य पर्वतीय जिलों की तुलना में संतुलित मानी जाती है।
पुरुष साक्षरता दर 91.79% तक पहुँच चुकी है, जबकि महिला साक्षरता अभी भी 70.48% पर है — यह अंतर ग्रामीण क्षेत्रों में लैंगिक शिक्षा असमानता की ओर संकेत करता है।
अब भी लगभग 19.31% जनसंख्या निरक्षर है, जिसमें महिलाएं और बुजुर्ग प्रमुख हैं। यह स्थानीय नीति निर्माताओं और विकास कार्यक्रमों के लिए सुधार की दिशा है।
शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और डिजिटल साक्षरता के माध्यम से इस अंतर को कम किया जा सकता है।
📚 स्रोत: Census of India 2011, Table C-17: Population by Literacy Status
📍 Explore Uttarakhand District Reports (2025)
जानिए उत्तराखंड के सभी 13 जिलों की जनसंख्या वृद्धि, प्रति व्यक्ति आय और स्वरोजगार के अवसर से जुड़ी रिपोर्ट — डेटा एनालिटिक्स के साथ!
📌 Almora
जनसंख्या, प्रति व्यक्ति आय और स्वरोजगार
📌 Bageshwar
आर्थिक विकास और स्वरोजगार रिपोर्ट
📌 Chamoli
धार्मिक, कृषि और पर्यटन विकास
📌 Champawat
जनसंख्या वृद्धि और स्वरोजगार की दिशा
📌 Dehradun
राजधानी में विकास और उद्योग
📌 Haridwar
धार्मिक नगरी से इंडस्ट्रियल ज़ोन तक
📌 Nainital
पर्यटन, शिक्षा और रोजगार
📌 Pauri Garhwal
पलायन और स्वरोजगार संतुलन
📌 Pithoragarh
सीमा पर बसे जिले की उन्नति
📌 Rudraprayag
चारधाम मार्ग और विकास
📌 Tehri Garhwal
जलविद्युत और स्वरोजगार केंद्र
📌 Udham Singh Nagar
कृषि और औद्योगिक विकास
📌 Uttarkashi
धार्मिक और साहसिक पर्यटन केंद्र