🏔️ उत्तरकाशी की ऐतिहासिक एवं प्रशासनिक विरासत
Table of Contents
Toggle
🔹 ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत
- भागीरथी नदी के किनारे बसा उत्तरकाशी एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है।
- विश्वनाथ मंदिर, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान जैसे स्थान इसे खास बनाते हैं।
- उत्तरकाशी मेला और लोक गीत यहां की पहचान हैं।
🔹 प्रशासनिक और भौगोलिक स्थिति
- उत्तरकाशी जिला गढ़वाल मंडल का हिस्सा है और इसका मुख्यालय उत्तरकाशी नगर में है।
- महत्वपूर्ण ब्लॉक: डुंडा, भटवाड़ी, मोरी, नौगाँव।
- यह जिला गंगोत्री धाम जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों का प्रवेश द्वार है।
🔹 पर्यटन, पर्वतारोहण और शिक्षा
- उत्तरकाशी में ट्रैकिंग, पर्वतारोहण और रिवर राफ्टिंग के अनेक विकल्प हैं।
- नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण केंद्र है।
- छात्रों के लिए डिग्री कॉलेज, स्कूल और योग संस्थान उपलब्ध हैं।
💼 उत्तरकाशी की आर्थिक गतिविधियाँ और स्वरोजगार की दिशा
🕉️ आध्यात्मिक पर्यटन और धार्मिक अर्थव्यवस्था
- गंगोत्री धाम, विश्वनाथ मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं।
- होमस्टे, यात्री सेवाएं और पंडा व्यवस्था से स्थानीय रोजगार बढ़ रहा है।
- अध्यात्मिक गाइड, टैक्सी सेवा और तीर्थ आधारित स्वरोजगार में वृद्धि।
🏞️ पर्वतारोहण, ट्रैकिंग और साहसिक खेलों से रोजगार
- NIM (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) से प्रशिक्षित युवा ट्रैकिंग और राफ्टिंग गाइड बन रहे हैं।
- उत्तरकाशी का Dodital, Dayara Bugyal जैसे ट्रैक ट्रैवल इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रहे हैं।
- स्थानीय युवाओं के लिए एडवेंचर-टूरिज्म स्वरोजगार का मजबूत साधन बन रहा है।
🌿 कृषि, हर्बल और प्राकृतिक उत्पादों पर आधारित स्वरोजगार
- झंगोरा, मंडुआ, भट, काली मिर्च जैसी फसलों की मांग बढ़ रही है।
- हर्बल मेडिसिन, गुलाब जल, शहद जैसे उत्पादों की स्थानीय ब्रांडिंग।
- महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) स्थानीय उत्पादों को बाजार से जोड़ रही हैं।
📈 उत्तरकाशी: 1901 से 2025 तक जनसंख्या वृद्धि का ग्राफ
उत्तरकाशी, उत्तराखंड का एक सांस्कृतिक, धार्मिक और साहसिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध जिला है। नीचे दिए गए चार्ट में 1901 से 2025 तक की अनुमानित जनसंख्या वृद्धि दर्शायी गई है।

उत्तरकाशी जिले में जनसंख्या वृद्धि का मुख्य कारण धार्मिक पर्यटन और साहसिक पर्यटन का विकास है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की आबादी लगभग 3.3 लाख थी।
अनुमान है कि वर्ष 2025 तक उत्तरकाशी जिले की जनसंख्या लगभग 3.6 लाख तक पहुँच जाएगी।
📌 स्रोत:
⚠️ डिस्क्लेमर: 2021–2025 के आंकड़े अनुमानित हैं। कृपया निर्णय लेने से पहले आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि करें।
📊 उत्तरकाशी (उत्तराखंड) की प्रति व्यक्ति आय (2010–2025)
नीचे दिए गए चार्ट में 2010–11 से 2020–21 तक के वास्तविक आँकड़े और 2021–2025 के अनुमानित आँकड़े दर्शाए गए हैं। यह डेटा शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए प्रस्तुत किया गया है।
📌 स्रोत:
- ➡️ उत्तराखंड सरकार – आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय (2011–2021)
- ➡️ RBI – Handbook of Statistics on Indian States
- ➡️ MOSPI – Ministry of Statistics & Programme Implementation, India
⚠️ डिस्क्लेमर: 2021–2025 के आँकड़े अनुमानित हैं और शैक्षणिक उद्देश्य से शामिल किए गए हैं। नीतिगत निर्णयों हेतु कृपया आधिकारिक स्रोतों की पुष्टि करें।
📍 Explore Uttarakhand District Reports (2025)
जानिए उत्तराखंड के सभी 13 जिलों की जनसंख्या वृद्धि, प्रति व्यक्ति आय और स्वरोजगार के अवसर से जुड़ी रिपोर्ट — डेटा एनालिटिक्स के साथ!
📌 Almora
जनसंख्या, प्रति व्यक्ति आय और स्वरोजगार
📌 Bageshwar
आर्थिक विकास और स्वरोजगार रिपोर्ट
📌 Chamoli
धार्मिक, कृषि और पर्यटन विकास
📌 Champawat
जनसंख्या वृद्धि और स्वरोजगार की दिशा
📌 Dehradun
राजधानी में विकास और उद्योग
📌 Haridwar
धार्मिक नगरी से इंडस्ट्रियल ज़ोन तक
📌 Nainital
पर्यटन, शिक्षा और रोजगार
📌 Pauri Garhwal
पलायन और स्वरोजगार संतुलन
📌 Pithoragarh
सीमा पर बसे जिले की उन्नति
📌 Rudraprayag
चारधाम मार्ग और विकास
📌 Tehri Garhwal
जलविद्युत और स्वरोजगार केंद्र
📌 Udham Singh Nagar
कृषि और औद्योगिक विकास
📌 Uttarkashi
धार्मिक और साहसिक पर्यटन केंद्र